अपने बच्चों को ही क्यों मार देती है Baaghin? एक दूसरे के खून के प्यासे होने की वजह है बेहद हैरान करने वाली

Baaghin

अपने बच्चों को ही क्यों मार देती है Baaghin? एक दूसरे के खून के प्यासे होने की वजह है बेहद हैरान करने वाली

महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के सुकनेगांव इलाके में दो बाघ शावक मृत पाए गए हैं। कहा जा रहा है कि इन शावकों की मां ने ही इनका शिकार कर दिया। हालांकि अभी तक इसकी पुख्ता तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है। ये पहली ऐसी घटना नहीं है, जब बाघ ही बाघ के खून के प्यासे हो गए हों। साल 2019 में मध्य प्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय पार्क में भी एक बाघ ने दूसरे बाघ को मारकर खा लिया था। अलग-अलग टाइगर रिजर्व में भी ऐसी कुछ घटनाएं सामने आई हैं। आमतौर पर जानवर दूसरे प्रजाति के जानवरों का शिकार करते हैं। अपनी प्रजाति के जानवरों का शिकार करना सामान्य बात नहीं है, इसे कैनिबलिज्म कहते हैं। एक प्रजाति के जानवरों में लड़ाई होना तो आम बात है, लेकिन ऐसा क्यों होता है जब जानवर अपने ही प्रजाति के जीवों को खा जाते हैं? आइए समझते हैं।

क्यों एक-दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं बाघ

एक्सपर्ट्स के अनुसार, ये कोई आम घटना नहीं है, लेकिन इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। ऐसा आमतौर पर बिग कैट फैमिली के जानवरों के साथ होता है। इन प्रजातियों के जानवरों का आपस में लड़ाई होती है। कई बार लड़ाई में न केवल एक दूसरे को मारते हैं बल्कि कभी-कभी उन्हें खा भी जाते हैं। बाघ भी बिग कैट फैमिली का जानवर है। जब आपसी लड़ाई में बाघ बहुत गुस्से में होते हैं, तब वो ताकतवर बाघ कमजोर का शिकार कर लेता है। ऐसा नहीं है कि वो अपनी भूख मिटाने के लिए ऐसा करता है, बल्कि वो अपना गुस्सा निकालने और खुद को ताकतवर दिखाने के लिए ऐसा करते हैं। ज्यादतर मामलों में बाघ दूसरे को मारने के बाद उसके शव को क्षत-विक्षत कर देते हैं, जिसे दूसरे जानवर खा लेते हैं।

आपस में बाघ क्यों लड़ते हैं?

कुछ एक्सपर्ट्स ये भी मानते हैं कि लड़ाई में दूसरे बाघ को मारने के बाद वो उसे खाते हैं या छोड़ देते हैं इसका जवाब किसी के पास नहीं है। ये बाघ के दिमाग पर निर्भर करता है। हालांकि बाघों के आपस में लड़ने की वजह ज्यादातर इलाका होता है। ये जानवर अपना इलाका बांटकर रखते हैं, जब कोई दूसरा बाघ इनके इलाके में दाखिल होता है, तो दोनों के बीच संघर्ष होता है। कई बार बाघ इतना गुस्सा हो जाता है कि वो मारने के बाद उसे खाकर मिटा देना चाहता है।

बाघिन के साथ लड़ाई की कुछ और ही वजहये

तो हुई बाघ की बात, लेकिन बाघिन की लड़ाई की वजह इलाका नहीं होती। दरअसल बाघ और बाघिन के बीच लड़ाई मेटिंग की वजह से होती है। कई बार बाघिन मेटिंग से इनकार कर देता है, और बाघ उससे लड़ जाता है। बाघिन अपने बच्चों के कारण भी मेटिंग से इनकार करती है। दरअसल, बाघिन के साथ दो साल तक उसके बच्चे रहते हैं। कई बार बाघ बाघिन के बच्चों को भी मार देता है, क्योंकि बच्चों के न होने पर बाघिन मेटिंग के लिए तैयार हो जाती है। ऐसा स्वभाव केवल बाघों में नहीं होता बल्कि शेर, तेंदुआ जैसे जानवरों में भी होता है।

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आपस में बाघों के बीच की ये लड़ाई और आपसी संघर्ष दिखाती है कि जीवों के बीच में भी विभिन्न रिश्तों की मानवता होती है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो उनके सर्वांगीण विकास का हिस्सा है। बाघों की इस विचित्र व्यवहारिकता ने वैज्ञानिकों को भी हैरान कर दिया है और इससे जुड़े अनेक सवालों का समाधान तलाशने के लिए उत्साहित किया है।

इसके अलावा, इस प्रकार के अनुसंधान से हमें यह भी सिखने को मिलता है कि जीवों के बीच में आपसी संबंध कितने गहरे हो सकते हैं और कैसे यह रिश्ते उनके व्यवहार में बदलाव ला सकते हैं।

One thought on “अपने बच्चों को ही क्यों मार देती है Baaghin? एक दूसरे के खून के प्यासे होने की वजह है बेहद हैरान करने वाली

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