घर की छत पर लगा है जय श्री राम का झंडा तो बिल्कुल ना करें ये काम, मुसीबत में पड़ सकते हैं आप
आजकल, भगवान श्री राम की पूजा और उनके भक्ति में विश्वास बढ़ रहा है। हाल ही में, 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें देशवासियों ने भारतीय सांस्कृतिक विरासत का अभिमान किया। इसी मौके पर, लोग घरों में भगवान श्री राम के झंडे को भी लगा रहे थे। हालांकि, इसके साथ साथ एक सावधानीपूर्ण सूचना भी साझा की गई है, जिसके अनुसार कुछ कार्य नहीं किए जा सकते हैं, अन्यथा मुश्किल में पड़ सकते हैं।
भगवान श्री राम के ध्वज का महत्व
भगवान श्री राम के ध्वज को लगाना एक आदर्श संस्कृति का प्रतीक है, जिसमें भक्ति और श्रद्धा का अभिव्यक्ति होती है। यह ध्वज भगवान के प्रति आत्मसमर्पण और विश्वास का प्रतीक है। इसके साथ ही, इसे घरों में लगाने से व्यक्ति को अनुशासन, समर्पण, और आत्मनिर्भरता की भावना होती है।
सावधानियां और सरकारी अधिसूचना
जब भी ध्वज फट जाता है या पुराना हो जाता है, तो लोग इसे फेंक देते हैं। इस संदर्भ में, न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें श्री राम के ध्वज को कैसे समर्पित करें यह बताया गया है। इस अधिसूचना के अनुसार, व्यक्ति सिर्फ श्री राम के ध्वज ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय ध्वज या फिर कोई भी धर्म से जुड़ा हुआ ध्वज जमा कर सकते हैं। इससे उनका निरादर नहीं होगा और ध्वजों का सही ढंग से निस्तारण किया जाएगा।
नोटिफिकेशन का आदान-प्रदान
नोटिफिकेशन में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले सजावट के लिए लगाए श्रीराम ध्वज और भगवा पताका खंडित होने पर उसे इधर-उधर फेंकना नहीं है। एनडीएमसी ने अपने 14 वार्ड में नोडल अधिकारी तैनात किए हैं, जिन्हें ध्वजों का सही तरीके से जमा करने का अधिकार है।
आपकी भागीदारी
इस संकेत में, आप सभी से अनुरोध है कि यदि आपके पास ऐसे ध्वज हैं जिन्हें आप घर में लगा नहीं रहे हैं, तो उन्हें नगर पालिका में जमा करें। इसके साथ ही, अगर आपके आसपास कोई ऐसी ध्वज है जो खंडित हो गई है, तो उसे भी नोडल अधिकारी को सूचित करें।
इस प्रकार, हम सभी को इस आदर्श और सावधानीपूर्ण कदम के प्रति सतर्क रहना चाहिए, ताकि हम अपनी भगवानी प्रतिष्ठा को सही ढंग से बनाए रख सकें।