पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी गिरावट का कारण क्या है?
पेट्रोल और डीजल के भावों में हो रहे अचानक औंधे मुंह के गिरावट का कारण है कच्चे तेल की मूल कीमतों में कमी। कच्चे तेल के बाजार में दरार के बाद, इसके मूल्य में कमी आई है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी कम हो गई हैं।
कच्चे तेल के दामों में गिरावट का प्रभाव
कच्चे तेल की मूल कीमतों में गिरावट के कारण, भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में भी गिरावट दर्ज की गई है। ब्रेंट क्रूड की कीमत में 3.63% या 3.30 डॉलर की कमी के साथ 87.62 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, जबकि यूएस डबल्यूटीआई क्रूड की कीमत में 3.69% या 3.29 डॉलर की कमी हुई है, और इसका परिणामस्वरूप भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी कम हो गई हैं।
राज्यों में पेट्रोल-डीजल के भाव में बदलाव
सरकार ने भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन अलग-अलग राज्यों में कीमतों में मामूली बदलाव दर्ज किया गया है। पंजाब में पेट्रोल 48 पैसे सस्ता हो गया है, जबकि राजस्थान में पेट्रोल की कीमत में 6 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 10 पैसे बढ़ गई हैं।
देश के बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
देश के बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम निम्नलिखित हैं:
- दिल्ली: पेट्रोल – 96.72 रुपये प्रति लीटर, डीजल – 89.62 रुपये प्रति लीटर
- बेंगलुरु: पेट्रोल – 101.94 रुपये प्रति लीटर, डीजल – 87.89 रुपये प्रति लीटर
- नोएडा: पेट्रोल – 96.79 रुपये प्रति लीटर, डीजल – 89.96 रुपये प्रति लीटर
- पटना: पेट्रोल – 107.24 रुपये प्रति लीटर, डीजल – 94.04 रुपये प्रति लीटर
- लखनऊ: पेट्रोल – 96.57 रुपये प्रति लीटर, डीजल – 89.76 रुपये प्रति लीटर
ये कीमतें शहरों के आपूर्ति और मांग के हिसाब से बदलती रहती हैं।
निष्कर्षण
कच्चे तेल के मूल कीमतों में हो रही गिरावट के कारण, पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी कम हो रही हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को आराम से जीवन चलाने में मदद मिल रही है। इससे वाहन चालकों और व्यापारियों को भी फायदा हो रहा है। कुल मिलाकर, कच्चे तेल के दामों में हो रही गिरावट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक विकेन्द्रण का संकेत देती है।
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